(1) युक्ति जो वोल्टता को बढ़ा देता है उसे क्या कहते हैं?
प्रतिरोध
अपचायी ट्रांसफॉर्मर
उच्चायी ट्रांसफॉर्मर
ट्रांसफॉर्मर
(2) अपचायी ट्रान्सफॉर्मर बढ़ाता है –
धारा
वोल्टता
वाटता
इनमें से कोई नहीं
(3) L-C परिपथ को कहा जाता है?
दोलनी परिपथ
अनुगामी परिपथ
शैथिल्य परिपथ
इनमें से कोई नहीं
(4) निम्नलिखित में से किसके लिए संधारित्र अनंत प्रतिरोध की तरह कार्य करता है?
DC
AC
DC तथा AC दोनों
(इनमें से कोई नहीं
(5) प्रतिघात का मात्रक होता है ?
ओम
फैराडे
एम्पेयर
म्हो
(6) किसी LCR परिपथ में ऊर्जा का क्षय होता है?
प्रेरक में
प्रतिरोधक में
धारित्र में
इनमें से कोई नहीं
(7) चोक कुण्डली का कार्य सिद्धान्त निम्न पर आधारित है –
कोणीय संवेग संरक्षण
स्वप्रेरण
अन्योन्य प्रेरण
संवेग संरक्षण
(8) प्रत्यावर्ती धारा का ऊष्मीय प्रभाव प्रमुखत है –
जूल ऊष्मन
पेल्टियर ऊष्मन
टॉमसन प्रभाव
इनमें से कोई नहीं
(9) प्रतिबाधा (Impedance) का S.I. मात्रक होता है?
हेनरी
ओम
टेसला
इनमें से कोई नहीं
(10) एक चोक कुण्डली का व्यवहार परिपथ में धारा को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है?
केवल A.C. परिपथ में
केवल D.C. परिपथ में
दोनों A.C. तथा D.C. परिपथों में
इनमें से कोई नहीं